कटनी :- जीआरपी थाना, में एक महिला और उसके नाती के साथ हुए दुर्व्यवहार का लगभग एक वर्ष पुराना वीडियो सामने आने पर प्रदेश सरकार ने त्वरित गति से इस संबंध में कार्रवाई की और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस दिशा में सख्त कार्यवाही करते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।
परंतु हमेशा से ही ऐसे संवेदनशील विषयों पर गिद्ध राजनीति करने के लिए कुख्यात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष इस गंभीर विषय में भी जाति को घसीट लाए हैं।
यह जीतू पटवारी तब कहां थे जब इनके इंडी गठबंधन के शासन वाले पश्चिम बंगाल में संदेशखाली और कोलकाता में हमारी बहनों के साथ दुष्कर्म हो रहा था और वहां की निर्मम सरकार उन्हें बचाने में लगी हुई थी, उत्तर प्रदेश में सपा सांसद के करीबी द्वारा एक महिला के साथ दुष्कर्म की घटना पर क्या जीतू पटवारी के मुंह पर ताला लग गया था? तेलंगाना में एक बुजुर्ग महिला के साथ हुए घृणित अपराध पर क्यों जीतू पटवारी ने अपनी पार्टी की सरकार के विरुद्ध आवाज नहीं उठाई?
मेरा जीतू पटवारी से एक ही निवेदन है कि अपराध और अपराधी की कोई जाति नहीं होती और कृपया ऐसे संवेदनशील विषयों को राजनीति से परे रखकर लोकहित के भाव से देखें।
निश्चित तौर पर किसी भी आरोपी या अपराधी के परिजनों को मारने का अधिकार कानून के द्वारा किसी को भी नहीं दिया गया है और अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसपर निश्चित रूप से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन इस विषय को जो लोग जातिवाद का घृणित रंग देकर समाज को बांटने का प्रयास किया कर रहे हैं उनको भी समाज दंड देगा।
अशोक कुमार मिश्रा
संयोजक
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